बुधवार, १ जून, २०११

----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

वाघाचे पंजे----११
दादरची चैत्यभूमी , बारामतीची चरामती/करामती !
आता वेळ आलीच आहे तर दादर बरोबर सगळीच नावे बदलूयात :
-------------------------------------------
दादर ( जिथे सगळेच मध्ये मध्ये आहे ) : चैत्यभूमी , किंवा मराठीत आंबेडकर, थांबा ! ( रेल्वे प्रवाशांसाठी दिदींचा प्रस्ताव : C H A I T Y A B H O O M E E , ही एवढी अक्षरे एका तिकिटात न मावण्याने दादरच्या प्रवाशांना दोन तिकिटे घ्यावी लागतील ! )
------------------------------------------------
शिवाजी पार्क ( जिथे राज ठाकरे राहतात ): लुंपीनी पार्क किंवा चैत्यभूमी ( वेस्ट )
--------------------------------------------------------------------------
बांद्रा ( जिथे कोण राहतात ?) : दैत्यभूमी
----------------------------------------------------------
बारामती ( जिथे पूर्वीचे साक्यमुनी चराचरात चरतात ) : चरामती ( सत्तेवर असताना), करामती ( सत्तेवर नसताना )
-------------------------------------------------------------------------------------------------
लातूर ( जिथे अनेक पॅटर्न्स असतात ) : ( इटालियन थाटात ) la tour
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
नांदेड ( जिथे सगळेच "आदर्श" फिके पडतात ) : सव्वा-देड ! किंवा आम-बेड !
-------------------------------------------------------------------------------------
पुण्यातील सदाशिव पेठ ( जिथे "ब्राह्मण हिंदुत्वात विष कालवतात" असे नेमाडेंना दिसते ) : रमा पेठ ( आंबेडकरांच्या मुलाने जसा रमाबाईंवर विषप्रयोग केल्याचा आरोप केला होता, त्या विषप्रयोगाच्या स्मृतीत ! )
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
दिल्ली ( जिथे भावी राजकुमार वाट पाहतात ) : राहूलचा हूल किंवा राहूल-चाहूल किंवा रा-हूलचा-हूल किंवा राहूल-नग-र
---------------------------------------------------------------------------------------------------------
कराड ( जिथे कुंपणच सर्वत्र मिरवते ) : यशोदरा-नगर किंवा यशोदा-नग-र किंवा येस-सर-नगर
---------------------------------------------------------------------------------------------------
मुंबई ( जिथे बुद्ध धर्माचा मूल मंत्र घुमतो ) : दु:खई , दु:ख-खाई, डुंबई ( पावसाळ्यात)--हुंबई ( उन्हाळ्यात )--शानगयी ( कायम )
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
गांधीनगर ( जिथे मोदींना चांगले म्हणताच येत नाही ) : मोदी-बगैर-नगर किंवा दंगलाबाद किंवा दंगलानाबाद किंवा तीस्तासेटलमेंट
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
चेन्नई ( जिथे राज्य येते, जाते ) : चैन नई , किंवा चैन-नाही किंवा चेन नयी
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------
बेंगळूरू ( जिथे राज्य जाता जाता राहते, राज्यपाल पालीसारखा चुकचुकतो ) : बेंग-सुरुळू , बिंग-सुरुळू , किंवा बिंग-गळू-सुरू
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
हैद्राबाद ( जिथे बाप जातो, मुलगाही जातो ) : हैक्याबापबाद किंवा कौन बापबाद किंवा है-बाप-बाद
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आग्रा ( जिथे कधी माया कधी गया ) : वा आज ! वा माज !
-------------------------------------------------------------------------------------------------------
नवीन नावाप्रमाणेच प्रत्येकाला एक युनीक आयडेंटीटी नंबर ( आधार ) घेणे क्रमप्राप्त आहे . ओळखा पाहू हा कोणाचा नंबर : 4912


( क्ल्यू : 4912 आपण हाताने लिहितो तसे लिहा, वरच्यासारखे दिसेल : प वा र, ह्याचा आधार असा : एकूण नऊ खंडापैकी चार खंडात ( त्रिखंडापेक्षा ज्यास्त) ज्यांचे भूखंड ते बारा मतीवाले ! काका तसेच पुतणे ! )
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------